पवन सुंदर संदेसा ले कर आयी है ........................सुंदर भाव
ओह! बहुत ही प्रेरक और भावपूर्ण.आपका प्रोफाइल चित्र सुन्दर लगा.आभार.मेरे ब्लॉग पर आप आईं ,इसके लिए भी आभार.
intzaar khatm hone kaa ahsaas badaa hee sukhad hotaa haisundhar bhaavyaatmak abhivyaktee
खूबसूरत अनुभूति
यह अहसास जीने को जीने की प्रेरणा देता है।
कोमल एहसाह लिये इस रचना पे मेरे तरफ से बधाई.. !
सुन्दर भावपूर्ण प्रस्तुति है आपकी.आभार.
सुभानाल्लाह......मेरा पिया घर आया |
बहुत खूब!सादर
सुंदर रचना.. बधाई !मेरी नई रचना "तुम्हे भी याद सताती होगी"
Vaah ... Ye koun hai Jo AA raha hai is kiran ke Saath .... Lajawab ...
खूबसूरत एहसास.... सादर...
रात की सारी व्याकुलता इंतजार की घड़ियाँ ,समाप्त हो ,इससे अच्छी बात क्या हो सकती ....!
वाह!!!!!!!!सुंदर रचना क्या बात है,....बधाई मेरी रचना पढ़ने के लिए काव्यान्जलि मे click करे
bahut pyara ehsaas...badhai.
भोर की लाली के साथएक किरण चमकीऔर....रात की सारी व्याकुलताएकबारगीदूर हो गयीयह सुन कर कितुम आने वाले हो......!!क्या भाव जिया है आपने कविता में पूनम जी ...वाह निशब्द हूँ !
पवन सुंदर संदेसा ले कर आयी है ........................सुंदर भाव
जवाब देंहटाएंओह! बहुत ही प्रेरक और भावपूर्ण.
जवाब देंहटाएंआपका प्रोफाइल चित्र सुन्दर लगा.
आभार.
मेरे ब्लॉग पर आप आईं ,इसके लिए भी आभार.
intzaar khatm hone kaa ahsaas badaa hee sukhad hotaa hai
जवाब देंहटाएंsundhar bhaavyaatmak abhivyaktee
खूबसूरत अनुभूति
जवाब देंहटाएंयह अहसास जीने को जीने की प्रेरणा देता है।
जवाब देंहटाएंकोमल एहसाह लिये इस रचना पे मेरे तरफ से बधाई.. !
जवाब देंहटाएंसुन्दर भावपूर्ण प्रस्तुति है आपकी.
जवाब देंहटाएंआभार.
सुभानाल्लाह......मेरा पिया घर आया |
जवाब देंहटाएंबहुत खूब!
जवाब देंहटाएंसादर
सुंदर रचना.. बधाई !
जवाब देंहटाएंमेरी नई रचना "तुम्हे भी याद सताती होगी"
Vaah ... Ye koun hai Jo AA raha hai is kiran ke Saath .... Lajawab ...
जवाब देंहटाएंखूबसूरत एहसास....
जवाब देंहटाएंसादर...
रात की सारी व्याकुलता
जवाब देंहटाएंइंतजार की घड़ियाँ ,
समाप्त हो ,इससे अच्छी बात क्या हो सकती ....!
वाह!!!!!!!!सुंदर रचना क्या बात है,....बधाई
जवाब देंहटाएंमेरी रचना पढ़ने के लिए काव्यान्जलि मे click करे
bahut pyara ehsaas...badhai.
जवाब देंहटाएंभोर की लाली के साथ
जवाब देंहटाएंएक किरण चमकी
और....
रात की सारी व्याकुलता
एकबारगी
दूर हो गयी
यह सुन कर कि
तुम आने वाले हो......!!
क्या भाव जिया है आपने कविता में पूनम जी ...वाह निशब्द हूँ !