लेकिन यहाँ लखनऊ मे तो अच्छी धूप खिल रही है। मैंने सूरज से बात कर ली है...कल से नहीं छुपेगा। :)सादर
अरे सर्दी में तो सूरज ज़ालिम नहीं है हाँ गर्मियों में ज़रूर हो जाता है :-)
मुट्ठी भर धूपचुरा के रखी थीन जाने कब सेसबकी आँख बचा के...आज मैंने बिखरा दी हैअपने आँगन में !ati sundar.
अच्छा किया बिखरा दिया ...चलो अब उससे भी मुक्त हैं आप ...कुछ भी बचाने का सहेजने का झंझट ही नहीं !!
garmee mein sooraj kee shikaayat dil mein thandak kee chaahat waah kitnaa badal jaate ho tum mausam ke hisaab se badalte ho tum
Wonderful .... What a different thought ....
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doobne wale ko tinke ka sahara hee bahut hai...aapke paas to mutthi bhar dhoop thee..accha laga..sadar badhayee aaur amantran ke sath
मुट्ठी भर धूप संभाल कर रख लें सर्दियों के लिए सुंदर भाव बधाई
बहुत खूब ..! अब तो धूप खिल गई !
वाह ………एक अलग सोच्।
:)) sundar khayal...regards.
धूप खिल गई !
सुंदर प्रस्तुति
सुन्दर एहसास
बहुत खूब ... मुट्ठी भर धूप कुछ तो राहत दे
लेकिन यहाँ लखनऊ मे तो अच्छी धूप खिल रही है।
जवाब देंहटाएंमैंने सूरज से बात कर ली है...कल से नहीं छुपेगा। :)
सादर
अरे सर्दी में तो सूरज ज़ालिम नहीं है हाँ गर्मियों में ज़रूर हो जाता है :-)
जवाब देंहटाएंमुट्ठी भर धूप
जवाब देंहटाएंचुरा के रखी थी
न जाने कब से
सबकी आँख बचा के...
आज मैंने बिखरा दी है
अपने आँगन में !
ati sundar.
अच्छा किया बिखरा दिया ...चलो अब उससे भी मुक्त हैं आप ...कुछ भी बचाने का सहेजने का झंझट ही नहीं !!
जवाब देंहटाएंgarmee mein sooraj kee shikaayat
जवाब देंहटाएंdil mein thandak kee chaahat
waah kitnaa badal jaate ho tum
mausam ke hisaab se badalte ho tum
Wonderful .... What a different thought ....
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जवाब देंहटाएंdoobne wale ko tinke ka sahara hee bahut hai...aapke paas to mutthi bhar dhoop thee..accha laga..sadar badhayee aaur amantran ke sath
जवाब देंहटाएंमुट्ठी भर धूप संभाल कर रख लें सर्दियों के लिए सुंदर भाव बधाई
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जवाब देंहटाएंबहुत खूब ..! अब तो धूप खिल गई !
जवाब देंहटाएंवाह ………एक अलग सोच्।
जवाब देंहटाएं:)) sundar khayal...
जवाब देंहटाएंregards.
धूप खिल गई !
जवाब देंहटाएंसुंदर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंसुन्दर एहसास
जवाब देंहटाएंबहुत खूब ... मुट्ठी भर धूप कुछ तो राहत दे
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