मुझे आना है तुम तक
नज़र फिर भी टिकी हैं...
आओगे तुम जिस राह पर....!
मुझे इक गीत चुनना है
किसी होठों की लाली से
यूँ ही अपनी हथेली पर...!
मुझे इक ख्व्वाब लिखना है...
देखा सा अनदेखा सा...
किसी पलकों की चिलमन पर... !
बहारों से यूँ ही कुछ
बात करनी है तुम्हारी...
मगर हैरान हूँ किस बात पर...!
बस अभी अभी....
***पूनम सिन्हा***
बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंअच्छी रचना
क्या खूबसूरत एहसास लिखे हैं ...वाह
जवाब देंहटाएंअहसासों की प्यारी अभिव्यक्ति...
जवाब देंहटाएं:-)
अहसासों भरी बहुत लाजबाब रचना,,,,
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया बेहतरीन प्रस्तुति,,,,
RECENT POST,तुम जो मुस्करा दो,
bahut sundar ehsaas ...!!
जवाब देंहटाएंshubhkamnayen ...
वाह बहुत खूब
जवाब देंहटाएंबहुत प्यारी रचना |
जवाब देंहटाएंआशा
अभी अभी सुन्दर लिखा है दी ।
जवाब देंहटाएंBahut khoobsoorti se bayan kiya hai dil ke jajbaaton ko ...
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर पंक्तियाँ.
जवाब देंहटाएंमुझे इक ख्व्वाब लिखना है...
जवाब देंहटाएंदेखा सा अनदेखा सा...
किसी पलकों की चिलमन पर... !
बहारों से यूँ ही कुछ
बात करनी है तुम्हारी...
मगर हैरान हूँ किस बात पर...!
khubsurat