लोग न जाने क्यूँ
हर इंसान से...
हर रिश्ते से...
न जाने क्या चाहते हैं !
चाहतें जो उनकी हैं
लेकिन पूरी करने के लिए
किसी और के आगे
हाथ पसारते हैं !
वो नहीं जानते...
कि चाहतें...
बस चाहतें ही होती हैं,
पूरी हो जाएँ तो
हकीकत में तब्दील हो जाती हैं !
और हकीकत बनते ही
वही चाहतें.....
अपनी अहमियत खो देती हैं...!
इस लिए गुज़ारिश है आपसे
कि इन चाहतों को पूरा न होने दें,
ये आपके लिए...
जीने का मकसद हैं
और जूनून भी हैं
किसी के दिल का !
चाहतें......
बस आपकी चाहतें हैं...
इन पर पूरा का पूरा हक है
आपका......आपका.....
और सिर्फ आपका.....!!
इस लिए गुज़ारिश है आपसे
जवाब देंहटाएंकि इन चाहतों को पूरा न होने दें,
ये आपके लिए...
जीने का मकसद हैं
और जूनून भी हैं
किसी के दिल का !
बहुत बढ़िया भाव अभिव्यक्ति,बेहतरीन रचना,
NEW POST...फिर से आई होली...
NEW POST फुहार...डिस्को रंग...
बड़ी पते की बात कही है कि चाहतें पूरी नहीं होने देनी चाहिए ...पूरी होते ही मकसद खत्म हो जाता है ... सुंदर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबेहतरीन प्रस्तुति !
जवाब देंहटाएंगहरी सोच ..!
आभार !
सुन्दर!
जवाब देंहटाएंबहुत सार्थक प्रस्तुति है!
सुन्दर कविता .
जवाब देंहटाएंchaahne naa chaahne se kuchh agar hotaa to......?
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया भाव
जवाब देंहटाएंबहुत सार्थक प्रस्तुति है!
बहुत सुन्दर भावपूर्ण रचना |होली पर हार्दिक शुभकामनाएं |
जवाब देंहटाएंआशा
पर इन चाहतों पे कोई बस नहीं होता ... एक पूरी होती है दूसरी आ जाती है ...
जवाब देंहटाएंअति सुन्दर...शुभकामनाएँ नियमित लेखन के लिए.
जवाब देंहटाएंवो नहीं जानते...
जवाब देंहटाएंकि चाहतें...
बस चाहतें ही होती हैं,
पूरी हो जाएँ तो
हकीकत में तब्दील हो जाती हैं !
और हकीकत बनते ही
वही चाहतें.....
अपनी अहमियत खो देती हैं...!
बहुत खुबसूरत लगी ये पोस्ट ।
बहुत खूब ....पर कुछ चाहते कभी ना पूरी होने के लिए ही साथ जुड़ती हैं ...
जवाब देंहटाएंहोली के पर्व की बहुत बहुत शुभकामनएं
chahat jeene ka maksad hai.. par pura kyon na hone den.. chahate khatm kahan hoti.. ek pura hoga, naya aa jayega..DI:)
जवाब देंहटाएंaur likhen
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