हसरतें....हसरतों से पूरी हों
फिर भी कुछ हसरतें अधूरी हों...!!
तेरी चौखट हो तेरा रहम-ओ-करम
जो नवाजिश हो.....तेरी पूरी हो....!!
बद्दुआ बन गई दुआ अब तो
हर दुआ में असर ज़रूरी हो.....!!
जिंदगी यूँ ही कुछ नहीं देती
चाहतें दिल में जब अधूरी हों....!!
मेरे चेहरे को दे दीं मुस्कानें...
अब तेरी ये दुआ भी पूरी हो...!!
इबादत के रस में डूबी सुंदर रचना..
जवाब देंहटाएंवाह...
जवाब देंहटाएंबढ़िया ग़ज़ल पूनम जी...
अनु
वाह...बहुत बढ़िया ग़ज़ल,,, पूनम जी..,,,
जवाब देंहटाएंrecent post: गुलामी का असर,,,
वाह बहुत खूब
जवाब देंहटाएंदुआएं अक्सर कुबूल भी हो जाती हैं. सुंदर गज़ल.
जवाब देंहटाएंआपको गणतंत्र दिवस की बहुत बहुत बधाइयाँ और शुभकामनायें.
Sundar ghazal.
जवाब देंहटाएंभावो का सुन्दर समायोजन......
जवाब देंहटाएंachche bhav .
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