रविवार, 11 नवंबर 2012

क्या बात है.......




                                   रौशन-ए-गुल हो तेरे आने से तो क्या बात है...
                                   हो वही बात ...थी जो तेरे साथ तो ...क्या बात है..!

                                   तेरी एक मुस्कुराह्ट पर ही मर मिटे थे हम...
                                   तू जो मुस्कुराये कभी फिर से तो क्या बात है...!

                                   तू रहता है हरदम साये की तरह मेरे साथ
                                   जिस्म तेरा न भी हो मेरे साथ तो क्या बात है..!

                                  वो कहता तो था खुद को कभी तकदीर मेरी...
                                  बन गया खुद ही वो तस्वीर तो क्या बात है...!






5 टिप्‍पणियां:

  1. पूनम जी बहुत ही खूबसूरत प्रस्तुति है, दीप पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं.

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  2. तू रहता है हरदम साये की तरह मेरे साथ
    जिस्म तेरा न भी हो मेरे साथ तो क्या बात है..!

    वाह क्या बात है..!

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  3. बहुत बढिया । आपको दीपावली की शुभकामनायें

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  4. बेह्तरीन अभिव्यक्ति .
    बहुत अद्भुत अहसास...सुन्दर प्रस्तुति...
    मंगलमय हो आपको दीपो का त्यौहार
    जीवन में आती रहे पल पल नयी बहार
    ईश्वर से हम कर रहे हर पल यही पुकार
    लक्ष्मी की कृपा रहे भरा रहे घर द्वार..

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  5. तेरी एक मुस्कुराह्ट पर ही मर मिटे थे हम...
    तू जो मुस्कुराये कभी फिर से तो क्या बात है...!

    क्या बात है...! क्या बात है...!!
    बहुत सुंदर !
    पूनम जी !

    सुंदर भाव ! सुंदर शब्द !
    आभार …


    बनी रहे त्यौंहारों की ख़ुशियां हमेशा हमेशा…

    ஜ●▬▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬▬▬●ஜ
    ♥~*~दीपावली की मंगलकामनाएं !~*~♥
    ஜ●▬▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬▬▬●ஜ
    सरस्वती आशीष दें , गणपति दें वरदान
    लक्ष्मी बरसाएं कृपा, मिले स्नेह सम्मान

    **♥**♥**♥**●राजेन्द्र स्वर्णकार●**♥**♥**♥**
    ஜ●▬▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬▬▬●ஜ

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