कोई रोये हँसा करे कोई...
वो न समझे तो क्या करे कोई..!
है अजब चीज भी मुहब्बत ये...
या खुदा अब भला करे कोई..!
आज दिल फिर उसी पे आया है...
आज फिर जाँ जला करे कोई..!
कल तलक वो मुझे नसीब न था...
आज इसका गिला करे कोई..!
वो है मगरूर अपनी सूरत पे...
फ़िक़्र क्यूँ हो मिटा करे कोई..!
पँछियों ने उड़ान भर ली है...
हाथ 'पूनम ' मला करे कोई..!
***पूनम***
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें